कुंडली के विशेष दोषों को शांत करने के लिए प्रतीकात्मक विवाह।

लाभ – माता पार्वती का पूजन, वैवाहिक सुख और सौभाग्य के लिए।

सर्वोत्तम समय – तीज या शुभ मुहूर्त।

सहभागी – महिलाओं और परिवार

समय – 1-2 घंटे